रविकांत दुबे जिला प्रमुख
कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैडेट्स द्वारा देशभक्ति नृत्य, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, मार्शल आर्ट तथा कलारीपयट्टू के प्रदर्शन प्रस्तुत किए गए, जिन्होंने अनुशासन, साहस और राष्ट्रीय गौरव का उत्कृष्ट संदेश दिया। इस अवसर पर भारतीय नौसेना के भूतपूर्व सैनिको को उनके योगदान और सेवा कार्य के प्रति आभार प्रकट किया गया।
यूनिट परिसर में आयोजित समारोह के पश्चात इसी कार्यक्रम का आयोजन एमएलबी फ्लैग पोस्ट पर भी किया गया, जहाँ एनसीसी कैडेट्स ने मार्शल आर्ट, कलारीपयट्टू, साथ ही एसएएफ स्टाफ के सहयोग से एसएएफ बैंड डिस्प्ले प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त, शिप मॉडल प्रदर्शनी भी लगाई गई, जो भारतीय नौसेना की समुद्री विरासत को दर्शाती है।
यह सम्पूर्ण कार्यक्रम भारतीय नौसेना के गौरव और उसकी आदर्श परंपराओं के प्रति सम्मान तथा एनसीसी कैडेट्स की समर्पित भावना को दर्शाता है। भारतीय सेना में नेवी का बड़ी अहम भूमिका है। समुद्री सीमाओं की रक्षा और दुश्मनों को नाको चने चवबाने में नेवी ने खास भूमिका निभाई है। 1971 में भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ट्राईडेन्ट के जरिए पाकिस्तानी नेवी के कराची मुख्यालय को निशाना बनाकर उसे नेस्तनाबूद कर दिया था यह हमला इतना जबरदस्त था कि वहां 7 दिनों तक आग जलती रही थी। भारत के इस हमले से पाकिस्तान पस्त हो गया था। भारतीय नेवी के इसी पराक्रम को याद करने के लिए हर 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। दुनिया में चैथी सबसे मजबूत भारतीय नौसेना की ताकत दिनों दिन बढ़ती जा रही है। नौसेना के पास कुल जहाजों की संख्या 280 से ज्यादा है। 1612 में भारतीय नौसेना की स्थापना हुई थी। आजादी के बाद 1950 में इसका फिर से गठन हुआ और इसे इंडियन नेवी का नाम दिया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथी के रूप में ग्वालियर कलेक्टर श्रीमति रूचिका चैहान एवं ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर संघप्रिय, पार्षद श्री बलबीर सिंह तोमर, नगर निगम पीआरओ श्री मधु सोलापुरकर, जिला अध्यक्ष जय प्रकाश राजोरिया, एग्रीकल्चर कल्चर कॉलेज ग्वालियर डीन डॉक्टर सुरेंद्र सिंह तोमर उपस्थित रहे। इसके साथ ही एनसीसी ग्रुप मुख्यालय के समस्त अधिकारी एवं सभी यूनिटों के कमान अधिकारी, एडम अधिकारी, महाविधालयों/विधालयों के प्राचार्य, समस्त एनसीसी अधिकारी, पीआई स्टाफ, एनसीसी सिविल स्टाफ मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


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